समय के साथ जिस प्रकार पूरे विश्व का विकास होता जा रहा है नये नये टेक गैजेट्स आते ही जा रहे है जो हम इंसानों के कामों को और आसान बना देता है। उसी प्रकार आज पूरा विश्व AI को भी अपना रहा है, बड़ी बड़ी कंपनीज, Tech Giant जैसे गूगल ने भी AI को अपनाया और अपने बिजनेस को remodel किया, माइक्रोसॉफ्ट भी इसी दिशा में कड़ी मेहनत कर रहा है और उसने अपने एआई (कोपायलट) और आर्म-आधारित हार्डवेयर को बेहतर समर्थन देने के लिए विंडोज 11 को फिर से तैयार किया है। ये सब कंपनीज AI को अपना रहे ताकि ये आपके कामों को आसान बना सके इसलिए आपका इस विषय पीआर जानना आवश्यक है क्योंकि आप इनके प्रोडक्ट्स का प्रयोग तो करते ही होंगे फिर आप चाहे किसी फील्ड में हो।
आप जानते ही होंगे 2012 में विंडोज आरटी के साथ सर्फेस का लॉन्च ज्यादा बेहतर नही था, कल के लाइव इवेंट में माइक्रोसॉफ्ट ने दो आर्म आधारित कम्प्यूटिंग डिवाइस लॉन्च किए है और कंपनी का कहना है कि उन्होंने आर्म और AI को ध्यान में रखते हुए विंडोज 11 को रिमॉडल किया है और शायद अबकी की बार हमे 2012 वाला अस्थिरता देखने को ना मिले।
ओएस के मुख्य घटकों को अब इस तरह से एडजस्ट किया गया है कि विंडोज आर्किटेक्चर के साथ कैसे इंटरैक्ट करता है। विशेष रूप से, माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 11 को x86 और x64 ऐप चलाने के लिए एक नया कर्नेल, कंपाइलर और एमुलेटर (जिसे प्रिज्म कहा जाता है) दिया है।
और इन सबके साथ, उन्होंने कहा है कि उन्होंने OS के शेड्यूलर्स में भी बदलाव किए है और थी कारण है कि इससे न सिर्फ आर्म का बल्कि आई वर्कलोड का भी प्रयोग कर सकेंगे। जैसा कि था एक नया कम्प्यूटिंग मॉडल है, मतलब अब विंडोज ना सिर्फ CPU और GPU को बल्कि NPU (न्यूरल प्रोसेसिंग यूनिट) को भी जानता है, इन सब के अतिरिक्त माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि उन्होंने इसमें AI API भी जोड़ा है।
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा AI का विंडोज में लाना हम सभी के कामों को तो आसान करेगा ही इन सब के डेवलपर्स के लिए भी बहुत मदद योग्य होगा।
नई लॉन्च हुई नोटबुक और 2-इन-1 क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन एक्स एलीट द्वारा संचालित होगी, जिसमें एनपीयू 45 ट्रिलियन ऑपरेशन प्रति सेकंड (टॉप्स) चलाने में सक्षम है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि इस तकनीक का उपयोग रिकॉल जैसी सुविधाओं के लिए किया जाएगा, एक ऐसी सुविधा जो उपयोगकर्ता को "याद किए गए सुरागों का उपयोग करके अपने पीसी पर आपने जो देखा है उसे ढूंढने की अनुमति देगी।" कंपनी द्वारा पेश किया गया एक अन्य फीचर लाइव कैप्शन है, जो आपके पीसी से आने वाले ऑडियो का अनुवाद करता है और अंग्रेजी में लाइव कैप्शन प्रदान करता है, अच्छे से कहे तो अब आप विंडोज में 40 से अधिक भाषाओं का तुरंत इंग्लिश अनुवाद पा सकेंगे जिसमें वास्तविक समय वीडियो कॉल, रिकॉर्डिंग और स्ट्रीम की गई सामग्री में स्पीकर शामिल हैं।
वैसे तो आपको कई नए फीचर्स मिलने वाले है जो आपके कामों को आसान करेगा उनमें से एक और है "Cocreator" जो की पेंट में आपको मिलेगा। इसमें आप इंक स्ट्रोक और सभा से बताएंगे की आप क्या बनाना चाहते है और फिर आप बनाइए आपकी मदद के लिए आई तैयार हो जाएगा।
मतलब हम कह सकते है विंडोज 11 के लॉन्च के साथ हमारा और आपके कई काम आसान नही बहुत आसान होने वाले है, लेकिन आप चाहते है आपके टेक ज्ञान को बढ़ाना तो अभी जुड़े एंड्रोब्रांच के साथ क्योंकि हम तो ऐसे खबरे लाते रहते जो आपको और आपके काम आसान करे।
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